जानिए क्या है प्रेग्नेंसी में सर्विकल लेंथ या सर्विक्स की लंबाई | MyloFamily
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In this Article

  • सर्वाइकल लेंथ (सर्विक्स की लंबाई) क्या है? (Cervical length meaning in Hindi)
  • सर्विक्स की लंबाई क्यों जरूरी क्यों होती है? (Cervical length importance in Hindi)
  • सर्वाइकल लेंथ कैसे मापी जाती है? (How is cervical length measured during pregnancy in Hindi)
  • क्या सर्वाइकल लेंथ को मापना जरूरी है? (Is it necessary to measure cervical length during pregnancy in Hindi)
  • क्या छोटी सर्विक्स और सर्वाइकल इन्सफिशिएंसी का आपस में कोई संबंध होता है? (Connection between a shortened cervix and cervical insufficiency in Hindi)
  • सर्वाइकल लेंथ को प्रभावित करने वाले कारक (Factors Affecting Cervical Length in Hindi)
  • 1. नेचुरल बनावट (Body structure)
  • 2. यूट्रस डिफ़ौर्मिटी (Uterus deformity)
  • 3. सर्वाइकल इंसफिशिएंसी (Cervical insufficiency)
  • शॉर्ट या छोटी सर्विक्स को ठीक करने के टिप्स (Tips to treat short cervix in Hindi)
  • 1. कंप्लीट बेड रेस्ट करें (Complete bed rest)
  • 2. सरक्लेज (Cerclage)
  • 3. पेसरी (Pessary)
  • रेफेरेंस
Cervical Length During Pregnancy in Hindi | सर्विक्स की लंबाई का प्रेग्नेंसी पर कैसे पड़ता है असर?

Labour & Delivery

Cervical Length During Pregnancy in Hindi | सर्विक्स की लंबाई का प्रेग्नेंसी पर कैसे पड़ता है असर?

30 November 2023 को अपडेट किया गया

प्रेग्नेंसी के दौरान आपने सर्विकल लेंथ जैसे मेडिकल टर्म्स के बारे में ज़रूर सुना होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं इसका अर्थ क्या होता है? असल में ये मेडिकल टर्मनोलोजी आपके सर्विक्स की लंबाई से जुड़ी हुई है क्योंकि इसका सीधा संबंध प्रेग्नेंसी के कई तरह के कॉम्प्लिकेशन से होता है. इस आर्टिकल के ज़रिये हम आपको बताएँगे कि प्रेग्नेंसी में नॉर्मल सर्वाइकल लेंथ (normal cervical length) क्या होती है.

सर्वाइकल लेंथ (सर्विक्स की लंबाई) क्या है? (Cervical length meaning in Hindi)

सर्विक्स को आप आसान शब्दों में एक कैनाल की तरह समझ सकते हैं जिसकी तीन सेंटीमीटर की लंबाई गर्भाशय को वेजाइना से जोड़ती है. सर्वाइकल लेंथ इस कैनाल की लंबाई होती है जिसमें सर्वाइकल ओपनिंग को भी शामिल किया जाता है. एक हेल्दी प्रेग्नेंसी और हेल्दी बेबी की ग्रोथ के लिए माँ की सर्वाइकल लेंथ (cervical length meaning in hindi) सही होनी चाहिए.

सर्विक्स की लंबाई क्यों जरूरी क्यों होती है? (Cervical length importance in Hindi)

प्रेग्नेंसी होने तक सर्विक्स स्ट्रांग रहता है लेकिन गर्भधारण हो जाने के बाद यह छोटा और पतला हो जाता है. साथ ही इसकी मांसपेशियां भी कम होने लगती हैं. यह नेचुरल तौर पर होता है ताकि जन्म के समय बच्चा सर्वाइकल कैनाल के अंदर सही से आ सके. सर्विक्स के बहुत छोटा होने पर बच्चे के प्रीमैच्योर जन्म के साथ- साथ कई और कॉम्प्लिकेशन भी हो सकते हैं. इसलिए प्रेग्नेंसी के 24वें हफ़्ते में सर्विक्स की लंबाई लगभग 3.5 – 5 सेंटीमीटर तक होनी चाहिए, वहीं 28वें हफ़्तेमें इसकी लंबाई 3.5 – 4 सेंटीमीटर और 32वें हफ़्ते में सर्वाइकल लेंथ 3 – 3.5 सेंटीमीटर तक हो जानी चाहिए. 2.5 सेंटीमीटर से छोटी सर्विक्स प्रीटर्म बर्थ का कारण बन सकती है.

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सर्वाइकल लेंथ कैसे मापी जाती है? (How is cervical length measured during pregnancy in Hindi)

ट्रांसवेजाइनल अल्ट्रासाउंड स्कैन, सर्विक्स की लंबाई मापने का सबसे अच्छा तरीक़ा है. यह माँ और बच्चे के लिए पूरी तरह सुरक्षित होता है. प्रेग्नेंसी के अलग-अलग चरणों में सर्विक्स की लंबाई अलग तरह से मापी जाती है.

क्या सर्वाइकल लेंथ को मापना जरूरी है? (Is it necessary to measure cervical length during pregnancy in Hindi)

इसे मापना तब ज़रूरी हो जाता है जब आपकी मल्टीपल प्रेग्नेंसी हैं या पहले प्रीमैच्योर डिलीवरी या मिसकैरेज हो चुका हो. ऐसे में डॉक्टर सर्वाइकल लेंथ जांचने के लिए अल्ट्रासाउंड स्कैन करवाते हैं. सर्वाइकल लेंथ स्कैन में सर्विक्स की लंबाई के साथ-साथ डिलीवरी की एक्सपेक्टेड डेट से पहले सर्विक्स के मुँह से म्यूकस प्लग के खुलने के संकेतों को मैप करते हैं. अगर स्कैन में सर्विक्स का मुँह नियत समय से पहले ही बहुत ज़्यादा खुलता दिखाई देता है तो बंद रखने के लिए डॉक्टर स्टिच लगवाने की सलाह दे सकते हैं. असल में इस सब के साथ बच्चे की सुरक्षा जुड़ी हुई है.

क्या छोटी सर्विक्स और सर्वाइकल इन्सफिशिएंसी का आपस में कोई संबंध होता है? (Connection between a shortened cervix and cervical insufficiency in Hindi)

नहीं ऐसा नहीं है. छोटी सर्विक्स और सर्वाइकल इन्सफिशिएंसी दो अलग-अलग कंडीशन है. सर्विक्स का छोटा होना सर्वाइकल कैनाल की लंबाई से जुड़ा हुआ है, वहीं सर्वाइकल इन्सफिशिएंसी मांसपेशियों के कमजोर व अस्थिर होने की वजह से होने वाली प्रीमैच्योर सर्वाइकल एफेसमेन्ट और डायलेशन को कहा जाता है. हालाँकि, सर्वाइकल इन्सफिशिएंसी की वजह से भी सर्वाइकल लेंथ छोटी हो सकती है.

सर्वाइकल लेंथ को प्रभावित करने वाले कारक (Factors Affecting Cervical Length in Hindi)

सर्वाइकल लेंथ (cervical length meaning in hindi) एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और सर्विक्स की लंबाई को कई फ़ैक्टर्स प्रभावित करते हैं जैसे कि :

1. नेचुरल बनावट (Body structure)

कुछ महिलाओं में नेचुरल रूप से ही सर्विक्स का आकार छोटा होता है, क्योंकि उनके शरीर की बनावट ही ऐसी होती है.

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2. यूट्रस डिफ़ौर्मिटी (Uterus deformity)

मल्टीपल प्रेग्नेंसी में यूट्रस अपनी क्षमता से अधिक खींचता है और इससे नीचे की तरफ़ सर्विक्स पर दबाव पड़ता है. इस कारण सर्विक्स की लंबाई कम हो जाती है.

3. सर्वाइकल इंसफिशिएंसी (Cervical insufficiency)

सर्वाइकल इंसफिशिएंसी को अब्नॉर्मल सर्विक्स भी कहते हैं जो ऐसी कंडीशन है जिसमें सर्विक्स की मांसपेशियां मज़बूत नहीं होती हैं और इससे सर्वाइकल लेंथ में प्रभाव पड़ने लगता है.

शॉर्ट या छोटी सर्विक्स को ठीक करने के टिप्स (Tips to treat short cervix in Hindi)

आइए अब जानते हैं कि छोटी सर्विक्स होने पर आपको कौन-से उपाय या सावधानियाँ रखनी चाहिए.

1. कंप्लीट बेड रेस्ट करें (Complete bed rest)

इसका पहला और ज़रूरी उपाय है बेड रेस्ट. लेटने पर सर्विक्स पर यूट्रस और गर्भ में पल रहे बेबी पर कम प्रेशर पड़ता है जिससे नुकसान की संभावना कम हो जाती है.

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2. सरक्लेज (Cerclage)

यह एक माइनर सर्जरी है जिसमें सर्विक्स को बंद करने के लिए कुछ टांके लगाए जाते हैं. इसकी ज़रूरत अक्सर तब पड़ती है जब महिला की पहले भी प्रीटर्म डिलीवरी हो चुकी हो.

3. पेसरी (Pessary)

पेसरी एक सिलिकॉन डिवाइस है जिसे सर्विक्स को काफी हद तक बंद रखने और सपोर्ट के लिए प्रयोग किया जाता है.

उम्मीद है कि अब आप समझ गए होंगे कि प्रेग्नेंसी में सर्विक्स की लंबाई का क्या महत्व होता है.

रेफेरेंस

1. Thangaraj JS, Habeebullah S, Samal SK, Amal SS. (2018). Mid-Pregnancy Ultrasonographic Cervical Length Measurement (A Predictor of Mode and Timing of Delivery): An Observational Study. J Family Reprod Health.

2. Dude A, Miller ES. (2020). Change in Cervical Length across Pregnancies and Preterm Delivery. Am J Perinatol.

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Written by

Priyanka Verma

Priyanka is an experienced editor & content writer with great attention to detail. Mother to an 11-year-old, she's a ski

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