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Postnatal Care
9 August 2023 को अपडेट किया गया
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में हर चीज बदल जाती है और इनसे उबरने में वक्त लगता है. इनमें से कुछ से निपटने के लिए महिलाएं डिलीवरी के बाद पेट पर लपेटा या बांधा जाने वाला बेल्ट इस्तेमाल करती हैं जो बच्चे के जन्म के बाद महिलाओं की मांसपेशियों को टोन करने में मदद करता है. सिजेरियन डिलीवरी के बाद होने वाले दर्द और घावों को ठीक करने में इस तरह के रैप या बेल्ट के इस्तमाल से मदद मिलती है. बच्चे के जन्म के बाद, इस तरह के बेल्ट से मसल्स को सपोर्ट करने के अलावा महिलाओं को अंदरुनी अंगों को भी वापस अपनी जगह जाने में मदद मिलती है.
डिलीवरी के बाद पेट पर लगाए जाने वाले बैली रैप या बेल्ट को बैली बैंड भी कहा जाता है. पेट की सी-सेक्शन जैसी बड़ी सर्जरी के बाद, डॉक्टर भी इसे लगाने की सलाह देते हैं. बेली बेल्ट लगाने के कुछ फायदे नीचे बताए गए हैः-
1. दर्द कम करने में मदद मिलती है
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2. खून का प्रवाह बढ़ाने में मदद मिलती है
3. चीरों और मांसपेशियों को ठीक करने में मदद मिलती है
4. सर्जरी से होने वाली सूजन कम करने में मदद मिलती है
5. बेहतर पोश्चर में मदद मिलती है
6. पेल्विस फ्लोर को सपोर्ट करता है
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इस बैली बेल्ट का इस्तेमाल, डिलीवरी के लिए की गई सी-सेक्शन सर्जरी के बाद भी किया जाता है. हालांकि, इसे इस्तेमाल करने में कुछ रिस्क भी हैः-
1. दर्द
2. दबाव
3. पेल्विक फ्लोर का आगे को बढ़ जाना
4. खुजली और रैश
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ये रिस्क तब और बढ़ जाता है जब महिलाएं गलत साइज का बेल्ट पहन लेती हैं या इसे बहुत टाइट बांध लेती हैं. ये बेल्ट या रैप आराम और सहारा देने के लिए होते हैं और अगर कोई इन्हें टाइट बांध लेता है तो यह नुकसानदायक हो जाते हैं. ये मदद के लिए हैं, वजन कम करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले बेल्ट नहीं हैं.
वैसे तो कई तरह के बैली बेल्ट होते हैं लेकिन क्वालिटी के हिसाब से ये सब अलग होते हैं. इनमें से कुछ प्रकार हैः-
इलास्टिक बेल्ट- यह सबसे अच्छा बैली बेल्ट होता है जो कि नर्म और इलास्टिक फैब्रिक से बनता है. यह इतना फ्लेक्सिबल होना चाहिए कि इसे पहनने वाले को सांस लेने और अपने काम करने में आसानी हो. साथ ही, यह इतना लंबा हो कि पेट और हिप्स पर आसानी से लपेटा जा सके.
सपोर्ट बेल्ट- कुछ ऐसे सपोर्ट बेल्ट होते हैं जो हिप्स और बैक वाले हिस्से को सपोर्ट करने का काम करते हैं जिससे सही पॉश्चर मिलता है और तकलीफ देने वाली मसल्स को आराम मिलता है. अगर हिप्स और पॉश्चर सही हैं, तो इससे पेल्विस फ्लोर को मजबूती मिलती है.
शेपवियर- एक सिकुड़ने वाले कपड़े होते हैं जो गर्भावस्था और डिलीवरी के बाद पहनने के लिए बनाए जाते हैं. ये एलास्टिक से बनी और कंप्रेस होने वाली ड्रेस होती हैं जिनमें पूरी बॉडी वाले सूट और हाई वेस्ट वाले अंडरवियर शामिल हैं.
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डिलीवरी के बाद यह जरूरी नहीं है कि हर महिला बैली बेल्ट पहन सके. यह सर्जरी का दर्द कम करता है और शरीर को ठीक होने में मदद करता है. लेकिन कुछ ऐसी बातें हैं जिनका ध्यान रखना ज़रूरी है.
लपेटें- बैली बेल्ट को पहनने का सबसे सही तरीका है कि एलास्टिक रैप की मदद से इसे अपने हिप्स और ऊपर की तरफ लपेट लें. अगर कोई महिला इसे गलत तरीके से लपेट लेती है, तो यह प्रेशर को नीचे की तरफ ले जाएगा और इसकी वजह से पेल्विस फ्लोर आगे की तरफ बढ़ सकता है.
बीच में ब्रेक लेती रहें- महिलाएं इस बात का ख्याल रखें कि इस बैली बेल्ट को सारा दिन पहनकर नहीं रखना है. ज़्यादा लंबे समय तक पहने रहने की वजह से पेट की मसल्स कमजोर हो सकती है और नई समस्या हो सकती है. महिलाओं को टाइट कपड़े से ब्रेक लेते रहना चाहिए.
ट्रेनर, कॉरसेट, और सिंचर के इस्तेमाल से बचे- ये मटेरियल काफी टाइट और हार्ड होता हैं और डिलीवरी के बाद पहनने के लिहाज से सुरक्षित नहीं है.
गर्भावस्था एक बेहद ही खूबसूरत और जिंदगी बदल देने वाली घटना है. इस दौरान एक महिला का शरीर कई तरह के बदलावों से गुजरता है जिसमें मूड स्विंग से लेकर ज़्यादा भूख लगना और वजन बढ़ने जैसी चीज़ें शामिल हैं. पेट में पल रहे बच्चे के साथ ही महिला का पेट भी बढ़ता है. इन 9 महीनों में आपके पेट में अंदर और बाहर की तरफ कई तरह के बदलाव होते रहते हैं. महिलाओं के पेट की स्किन फैलती है और अंदरूनी अंग भी बच्चे के लिए जगह बनाने के लिए खिसक जाते हैं.
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इसलिए, डिलीवरी के बाद के समय में ये बैली रैप या बैली बेल्ट महिलाओं के लिए मददगार होते हैं. इनकी मदद से दर्द कम करने, ब्लड फ्लो बढ़ाने, टांकों और सूजन को ठीक करने के साथ-साथ पॉश्चर सुधारने और पेल्विस फ्लोर को सपोर्ट देने में मदद मिलती है. इसकी कुछ कमियां हैं जैसे कि इसकी वजह से दर्द, अनचाहा प्रेशर, पेल्विस फ्लोर के आगे खिसकने और रैशेस जैसी चीजें हो सकती हैं.
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Written by
Kavita Uprety
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