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Weight Loss
21 August 2023 को अपडेट किया गया
नए जीवन को धरती पर लाना आसान नहीं होता. गर्भावस्था और उसके बाद एक मां का शरीर कई बदलाव से होकर गुजरता है. कुछ बदलाव गर्भावस्था की शुरुआत के कुछ हफ़्तों में ही आने लगते हैं तो कुछ पूरे नौ महीनों तक आते हैं वहीं कुछ बदलाव ऐसे भी होते हैं जो डिलीवरी के बाद होते हैं. पोस्टपार्टम के सबसे बड़े बदलावों में से एक है वजन का बढ़ना. आम तौर पर, गर्भावस्था के दौरान मांओं का वजन 25-35 पाउंड (11.5-16 किलो) तक बढ़ जाता है, और यकीन मानिए, गर्भावस्था के बाद शेप में वापस आना संभव है.
जानना चाहती हैं कैसे? इसका राज जानने के लिए यह ब्लॉग पढ़ती रहें
नई मांएं अक्सर गर्भावस्था के बाद वापस शेप में आने के लिए चिंतित रहती हैं. यह कहना आसान है लेकिन करना नहीं, क्योंकि मां को 24*7 अपने बच्चे की देखरेख में रहना होता है. अच्छी खबर यह है कि आप अपने बच्चे का ध्यान रखते हुए भी अपना पोस्टपार्टम वजन घटा सकती हैं.
पोस्टपार्टम वेटलॉस टिप्स और एक डाइट प्लान की मदद से ऐसा करना संभव है. लेकिन पोस्टपार्टम वेटलॉस शुरू करने से पहले, आपको यह समझना जरूरी है कि गर्भावस्था के दौरान आपके शरीर में किस तरह के बदलाव आते हैं. इसके अलावा, पोस्टपार्टम वेटलॉस टिप्स, डाइट में बदलाव, और गर्भावस्था के बाद वापस शेप में आने में कितना समय लगेगा, यह जानने के लिए आगे पढ़ते रहें.
आम तौर पर, बच्चे के जन्म के बाद शरीर में इस तरह के बदलाव आते हैं:
र्भाशय बड़ा हो जाता: जैसे जैसे आपका बच्चा गर्भ में बढ़ता है, गर्भाशय का आकार भी बढ़ता जाता है. उसे अपने सामान्य आकार में वापस आने में 6 से 8 सप्ताह का समय लग सकता है.
· पेट की मांसपेशियां: डिलीवरी के बाद पेट की मांसपेशियां एक दूसरे से दूर हो जाती हैं, इससे डाएटेसिस रेक्टी हो जाता है. घबराइए नहीं, समय के साथ यह मांसपेशियां वापस ठीक हो जाएंगी.
· हॉर्मोन का असंतुलन: डिलीवरी के बाद शरीर में हॉर्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है. नई मां को अक्सर नींद न आने और थकान की शिकायत बनी रहती है. हालांकि हर महिला में अलग अलग लक्षण देखे जा सकते हैं.
· स्तनपान में समस्या: स्तनपान कराने वाली मांओं को दूध की नलियां बंद होने, दर्द, असहजता, स्तन में सूजन या स्तन की नलियों में संक्रमण की समस्या हो सकती है. जब तक बच्चा निप्पल को सही तरह से पकड़ना नहीं सीखता, तब तक उन्हें काफी निराशा महसूस होती है.
· बालों का झड़ना: महिलाओं के शरीर में होने वाले हॉर्मोन के बदलाव के कारण, उन्हें बाल झड़ने की समस्या भी हो सकती है, जो गर्भावस्था के छ: महीने बाद तक बनी रह सकती है. लेकिन चिंता करने की जरूरत नहीं है, धीरे धीरे नए बाल उगना शुरू हो जाते हैं.
· पेशाब संबंधी समस्याएं: कुछ मांओं को पेशाब संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं जैसे पेशाब पर संयम न रहना या लीक हो जाना. ऐसा उन मांओं के साथ होना संभव है जिनकी वजाइनल डिलीवरी हुई है, क्योंकि बच्चे को बाहर धक्का देने में पेट की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं या नसों को नुकसान पहुंच सकता है. हालांकि, यह स्थिति सामान्य है और कुछ महीनों के बाद इसमें सुधार आ जाता है.
· कब्ज: कुछ मांओं को गर्भावस्था और उसके बाद पाचन में समस्या महसूस होती है. कब्ज के दौरान पड़ने वाला दबाव रेक्टम में जलन पैदा करता है जिस कारण दर्द और अन्य समस्याएं हो सकती हैं.
बच्चे को जन्म देने के बाद ज्यादातर मांएं ऊपर दिए बदलावों को अपने शरीर में महसूस करती हैं। इसके बाद उनकी सबसे बड़ी चुनौती होती है पोस्टपार्टम वेटलॉस. हालांकि, आसान पोस्टपार्टम वेटलॉस टिप्स और डाइट प्लान की मदद से बच्चे के जन्म के बाद बढ़े वजन को कम किया जा सकता है. लेकिन किसी भी तरह की टिप्स अपनाने या डाइट में बदलाव लाने से पहले धैर्य रखें और इस बात को स्वीकारें कि हर मां को इन बदलावों से गुजरना होता है.
अपने पोस्टपार्टम वेटलॉस डाइट प्लान में ऐसे भोजन को शामिल करें, जिनमें फैÞट और चीनी कम हो और तले और प्रोसेस्ड भोजन से बचें. अपनी पोस्टपार्टम वेटलॉस डाइट में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और फ़ाइबर युक्त भोजन को शामिल करें. इससे आपको सही पोषण मिलेगा साथ ही पोस्टपार्टम वेटलॉस में मदद भी मिलेगी.
सेलेब्रिटी के पोस्टपार्टम वेटलॉस में अक्सर नई मांएं कुछ ही सप्ताह में वजन घटा लेती हैं. लेकिन असल में, गर्भावस्था से पहले जैसा वजन और शरीर वापस पाने की प्रक्रिया काफी लंबी होती है. गर्भावस्था के बाद शरीर को ठीक होने के लिए समय दें. इसके बाद डाइट प्लान और हल्के व्यायाम जैसे टहलना या जॉगिंग करने के साथ अपनी पोस्टपार्टम वेटलॉस प्रक्रिया शुरू करें.
आम तौर पर, बच्चे के जन्म के वक्त 13 पाउंड का वजन घट जाता है और बाकी 5 से 15 पाउंड बच्चे के जन्म के बाद छ: से आठ महीनों में घटते हैं. हालांकि, पूरे पोस्टपार्टम वेट को कम करने में कुछ महीने या साल लग सकते हैं. आपको बस पोस्टपार्टम वेटलॉस डाएट प्लान और व्यायाम का नियमित पालन करना होगा तभी आप फ़ैट टमी से फ़िट टमी प्राप्त कर पाएंगी.
नई मां को पोस्टपार्टम बढ़े वजन और नए बदलावों को स्वीकारना चाहिए. वे गर्भावस्था के बाद छ: से आठ सप्ताह गुजरजाने के बाद अपने पोस्टपार्टम वेट लॉस के सफर की शुरुआत कर सकती हैं. साथ ही रोजाना नए लक्ष्य रखने और हल्के व्यायाम के साथ वे इस सफर को आसान बना सकती हैं. आखिर में, मदद मांगने से पीछे न रहें, क्योंकि मांओं के पास पहले से बहुत काम होते हैं.
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Written by
Priyanka Verma
Priyanka is an experienced editor & content writer with great attention to detail. Mother to an 11-year-old, she's a ski
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