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    Male Infertility

    पुरुषों में बांझपन का क्या मतलब है?

    4 April 2023 को अपडेट किया गया

    आमतौर पर जब पार्टनर को संतान सुख नहीं मिल पाटा तो उसका सारा दोष महिलाओं को जाता है, लेकिन संतान पाने के लिए महिला और पुरुष दोनों का सेहतमंद होना आवश्यक होता है. अगर उसमें से कोई भी एक सही नहीं है तो उसे संतान सूखा प्राप्त नहीं हो सकता. इस परेशानी को चिकित्सीय भाषा में इनफर्टिलिटी कहते हैं, यानी पुरुषों में बांझपन. चलिए आगे जानते हैं पुरुषों में बांझपन क्या है और इससे जुडी अन्य बातें.

    पुरुषों में बांझपन क्या है?

    अधिकांश जोड़ों के लिए प्रजनन (या एक बच्चा बनाना) एक सरल और प्राकृतिक अनुभव है। हालांकि, कुछ जोड़ों के लिए गर्भधारण करना बहुत मुश्किल होता है। एक आदमी की प्रजनन क्षमता आमतौर पर उसके शुक्राणु की मात्रा और गुणवत्ता पर निर्भर करती है। जब पुरुष का स्पर्म जारी होता है तो अगर उसकी मात्रा में कमी दिखाई देती है या सही गुणवत्ता का नहीं होता है तो इससे संतान प्राप्ति में मुश्किलें पैदा हो सकती हैं या फिर इसकी वजह से आप कभी भी संतान का सूखा प्राप्त नहीं कर सकते हैं। पुरुषों में बांझपन तब पता चलता है जब दोनों पार्टनर का टेस्ट करवाया जाता है और पुरुषों के प्रजनन में किसी प्रकर की समस्या पाई जाती है।

    पुरुषों में बांझपन कितना आम है?

    बांझपन की समस्या काफी ज्यादा फैल रही है। लगभग पांच पार्टनर में से एक पार्टनर में पुरुषों में बांझपन देखा जाता है।

    पुरुषों में बांझपन के लक्षण -

    पुरूष बांझपन के लक्षण कई तरह के होते हैं, जो इस प्रकार हैं-

    1. वीर्य (सीमेन) से कम मात्रा में स्पर्म का निकलना.
    2. स्पर्म के बाहर निकलने में समस्या होना भी पुरूष बांझन के मुख लक्षणों में से एक है.
    3. यौनिक क्रिया की इच्छा का कम होना.
    4. अंडकोष में दर्द या सूजन होना.
    5. चेहरे और शरीर पर बालों का कम होना.

    पुरूष बांझपन के कारण क्या होते हैं -

    पुरूष बांझपन के कारण निम्नलिखित से हो सकते हैं

    1. वीर्य (सीमेन) में स्पर्म का न होना (एजोस्पर्मिया).
    2. स्पर्म की संख्या का कम होना (ओलिगोस्पर्मिया).
    3. क्लाइनफेल्टर सिंड्रोम जैसे आनुवंशिक कारण का होना.
    4. वीर्य (सीमेन) में कमी होना।
    5. अंडकोष की नसों में वृद्धि होना (वैरिकोसेले).
    6. ड्रग और शराब का सेवन करना।
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    Written by

    Charu Pratap

    Charu has been a seasoned corporate professional with over a decade of experience in Human Resource Management. She has managed the HR function for start-ups as well as established companies. But aside from her corporate career she was always fond of doing things with a creative streak. She enjoys gardening and writing and is an experienced content expert and linguist. Her own experiences with motherhood and raising a baby made her realize the importance of reliable and fact-based parenting information. She was engaged in creating content for publishing houses, research scholars, corporates as well as for her own blog.

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