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    Pregnancy Symptoms Week By Week in Hindi | 17 से लेकर 24 हफ़्तों तक ऐसे होते हैं प्रेग्नेंसी के लक्षण! (Part 3)

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    Pregnancy Symptoms Week By Week in Hindi | 17 से लेकर 24 हफ़्तों तक ऐसे होते हैं प्रेग्नेंसी के लक्षण! (Part 3)

    15 February 2024 को अपडेट किया गया

    गर्भावस्था के सोलहवें हफ्ते का अर्थ है शिशु का गर्भ में चार महीने का हो जाना. इस बिन्दु तक आते-आते फीटस का शरीर अपना आकार ले लेता है. इसके अलावा सभी प्रमुख ऑर्गन्स और शरीर के सिस्टम्स फॉर्म हो जाते हैं साथ ही दिल भी धड़कना शुरू कर देता है. चेहरे की बारीकियों के साथ प्लेसेन्टा मैच्योर हो जाती है जिससे पोषक तत्वों और ऑक्सीजन के आदान-प्रदान में तेज़ी आने लगती है. आइये अब आपको बताते हैं कि इसके बाद सत्रहवें हफ्ते से आगे शिशु के विकास की यात्रा किस तरह चलती है.

    प्रेग्नेंसी के 17वें हफ़्ते के लक्षण (17 week pregnancy in Hindi)

    इस स्टेज पर शिशु लगभग 5.1 इंच या तेरह सेमी लंबा है और उसका भार 5.9 औंस या 168 ग्राम होता है. बच्चे का नर्वस सिस्टम इस दौरान विकसित हो रहा होता है और बच्चा लगातार निगलने की प्रेक्टिस करता रहता है. इस दौरान दिखाई देने वाले (17-week pregnancy symptoms in Hindi) मुख्य सिंपटम्स हैं

    1. माँ को बच्चे की हलचल साफ साफ महसूस होने लगती है जिसे क्विकनिंग कहा जाता है.

    1. माँ की स्किन में परिवर्तन आने लगता है. जहाँ कई महिलाओं की स्किन में ग्लो आ जाता है वहीं कई अन्य की स्किन में पिंगमेंटेशन भी हो सकता है. ऐसा ब्लड सर्कुलेशन बढ्ने के कारण होता है.

    इसे भी पढ़ें : एक से लेकर शुरुआती 8 हफ़्तों तक ऐसे होते हैं प्रेग्नेंसी के लक्षण!

    प्रेग्नेंसी के 18वें हफ़्ते के लक्षण (18 week pregnancy in Hindi)

    अठारहवें हफ़्ते में बच्चे का नर्वस सिस्टम तेजी से मैच्योर हो रहा है और साथ ही बच्चा बाहर से सुनाई देने वाली आवाज़ों पर रिएक्ट करना शुरू भी कर देता है. बच्चे की त्वचा के ऊपर वर्निक्स केसोसा, नामक एक सुरक्षात्मक लेयर बनने लगती है. इस दौरान दिखाई देने वाले (18 week pregnancy symptoms in Hindi) बाहरी लक्षण हैं,

    1. माँ का वज़न तेज़ी से बढ्ने लगता है.

    1. माँ का पेट स्पष्ट रूप से बड़ा और बाहर की ओर फैलने लगता है.

    1. यूटरस को सहारा देने वाले लिगामेंट्स में खिंचाव आने के कारण कुछ महिलाओं को राउंड लिगामेंट पेन भी महसूस हो सकता है.

    प्रेग्नेंसी के 19वें हफ़्ते के लक्षण (19 week pregnancy in Hindi)

    इस स्टेज पर शिशु के ब्रेन की और भी अधिक जटिल संरचनाओं के निर्माण के साथ ब्रेन डेवलपमेंट लगातार होता रहता है. वर्निक्स केसोसा, नाम की प्रोटेक्टिव लेयर शिशु की स्किन को ढकना शुरू कर देती है. फेफडों में मैच्योरिटी आती रहती है और फेफड़े साँस लेना शुरू करने की तैयारी करते हैं. माँ को इस दौरान कुछ ऐसे (19 week pregnancy symptoms in Hindi) अनुभव हो सकते हैं.

    1. प्लेसेन्टा के ज़्यादा एफ़िशिएंट हो जाने से माँ को अपने ऊर्जा के स्तर में वृद्धि का अनुभव हो सकता है.

    1. कुछ महिलाओं को शिशु की हलचल और भी अधिक स्पष्ट और फ्रिक्वेंटली महसूस होने लगती है.

    इसे भी पढ़ें :9 से लेकर 16 वें हफ़्ते तक ऐसे होते हैं प्रेग्नेंसी के लक्षण!

    प्रेग्नेंसी के 20वें हफ़्ते के लक्षण (20 week pregnancy in Hindi)

    बीसवें हफ़्ते में फीटस का डाइजेस्टिव सिस्टम विकसित होने के बाद उसका पहला मल, मेकोनियम बनना शुरू हो जाता है. इसके अलावा लैनुगो नामक महीन बाल शिशु के शरीर को गर्म रखने के लिए ढकने लगते हैं. स्किन के ठीक नीचे रक्त वाहिकाएँ बनने के कारण ऊपर की त्वचा मोटी हो जाती है. इस हफ़्ते के बाहरी (20 week pregnancy symptoms in Hindi) लक्षणों में मुख्य हैं

    1. शिशु अधिक सक्रिय हो जाता है जिससे माँ को उसकी स्पष्ट हलचल महसूस होने लगती है.

    1. कुछ महिलाओं को हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण अपने बालों और नाखूनों में भी बदलाव दिखाई देता है.

    प्रेग्नेंसी के 21वें हफ़्ते के लक्षण (21 week pregnancy in Hindi)

    गर्भावस्था के इस हफ़्ते में बच्चे की भौहें और पलकें पूरी बन कर दिखाई देने लगती हैं. मुँह में टेस्ट बड्स बनने लगती हैं जिससे बच्चे के आने वाले हफ़्तों में स्वाद का कुछ एहसास डेवलप होने की शुरुआत होती है. इसके अलावा इस स्टेज पर बोन मैरो, लीवर और स्प्लीन की मदद से रेड ब्लड सेल्स का प्रोडक्शन शुरू कर देती हैं. माँ को महसूस होने वाले बाहरी (21 week pregnancy symptoms in Hindi) लक्षण इस तरह के होते हैं.

    1. जैसे-जैसे शिशु के बढ़ते हुए शरीर को ज़्यादा न्यूट्रीएंट्स की ज़रुरत होती है वैसे-वैसे माँ की भूख में भी बढ़ोत्तरी होती है.

    1. यूटरस अब नाभि के लेवल पर आ जाता है, जिससे बेबी बंप बड़ा और साफ-साफ दिखाई देने लगता है.

    प्रेग्नेंसी के 22वें हफ़्ते के लक्षण (22 week pregnancy in Hindi)

    बच्चे के ब्रेन का विकास तेजी से होता रहता है और उसकी इंद्रियाँ अधिक रिफाइंड हो जाती हैं. इस दौरान अगर माँ अपने पेट को छूती है तो बच्चा उसके स्पर्श पर प्रतिक्रिया देना शुरू कर सकता है.

    इस हफ्ते से जुड़े (22 week pregnancy symptoms in Hindi) बाहरी लक्षणों में,

    1. त्वचा में कई अन्य परिवर्तन, जैसे स्किन का काला पड़ना हो सकते हैं.

    1. इसके अलावा पेट और आस-पास के हिस्सों में स्ट्रेच मार्क्स तेज़ी से डेवलप हो सकते हैं.

    1. बढ़ते हुए यूटरस के कारण पीठ दर्द और उठते बैठते हुए परेशानी अधिक हो सकती है.

    प्रेग्नेंसी के 23वें हफ़्ते के लक्षण (23 week pregnancy in Hindi)

    तेइसवें हफ़्ते यानी कि छटे हफ़्ते में त्वचा के नीचे फैट के जमा होने के कारण शिशु का वजन तेजी से बढ़ता है. बच्चे की सुनने की शक्ति का विकास होता रहता है और वह जानी-पहचानी और परिचित आवाज़ों पर प्रतिक्रिया देता है. इस हफ्ते में माँ को ये दो बदलाव ((23 week pregnancy symptoms in Hindi) देखने को मिल सकते हैं.

    1. बढ़ते यूटरस के कारण डाइजेस्टिव ऑर्गन्स पर प्रेशर पड़ने के कारण ज़्यादा भूख लगती रहती है.

    1. माँ के टखनों और पैरों में सूजन भी आ सकती है.

    प्रेग्नेंसी के 24वें हफ़्ते के लक्षण (24 week pregnancy in Hindi)

    छटे महीने में फेफड़े और अधिक मेच्योर हो जाते हैं जिससे बच्चा सांस लेने के लिए ज़रूरी पदार्थ सर्फेक्टेंट का प्रोडक्शन शुरू कर देता है. इस स्टेज पर आंखें और अधिक विकसित हो जाती हैं और बच्चे के सोने-जागने का साइकिल नियमित हो जाता है. इस दौरान दिखने (24 week pregnancy symptoms in Hindi) वाले बाहरी लक्षणों में

    1. डायाफ्राम के ऊपर की ओर डिस्प्लेस हो जाने के कारण माँ को शॉर्टनेस ऑफ ब्रेथ का अनुभव हो सकता है.

    1. माँ को गर्भाशय में होने वाले हल्के संकुचन जिन्हें ब्रेक्सटन हिक्स कहते हैं उनका अनुभव होने लगता है. हालाँकि इस स्टेज पर इसमें दर्द का अनुभव नहीं होता और यह ज़्यादा फ्रीक्वेंट भी नहीं होते हैं.

    प्रो टिप (Pro Tip)

    अब आप अपने तीसरे ट्राइमेस्टर की शुरुवात पर हैं. आने वाले महीनों में शिशु की ग्रोथ के लिए संतुलित और पौष्टिक आहार खाएँ और खुद को हाइड्रेटेड रखें. बढ़ते हुए शरीर के कारण आने वाले हफ्तों में आपको सोने और लेटने में कुछ असुविधा महसूस हो सकती है इसके लिए एक अच्छे ब्रांड के सी शेप्ड पिलो का इस्तेमाल करना आपके लिए मददगार साबित होगा. डॉक्टर की सलाह से ज़रूरी विटामिन्स लेऔर सप्लिमेंट्स भी लेने चाहिए.

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    Written by

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