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Hair Problems
2 February 2024 को अपडेट किया गया
हालाँकि डैंड्रफ (dandruff in hindi) एक बड़ी या सीरियस हेल्थ कंडीशन नहीं है लेकिन, फिर भी इसके कारण आपके दिन प्रतिदिन के काम-काज के दौरान सिर में लगातार खुजली होती रहती है. यह न केवल आपको इरिटेट करती है बल्कि ऑफिस या बाहरी समारोह जैसी जगहों में शर्मनाक स्थिति भी पैदा कर सकती है. आइये जानते हैं डेंड्रफ (dandruff kyu hota hai) क्या है, क्यों और कैसे होती है, (dandruff kaise hota hai) और इससे बचाव के क्या उपाय हैं?
रूसी सिर की त्वचा यानी स्कैल्प से जुड़ी एक नॉर्मल कंडीशन है जिसमें स्किन के डेड सेल्स झड़ने लगते हैं. ये सिर त्वचा में अत्यधिक सूखेपन, हेयर केयर प्रोडक्ट्स के प्रति सेंसेटिविटी का बढ्ना और कई बार स्कैल्प पर पायी जाने वाली यीस्ट जैसी फंगस जिसे मालासेज़िया (Malassezia) कहते हैं उसके अधिक बनने के कारण होता है. अगर आपके सिर की त्वचा में सफेद और हल्के पीले रंग की पपड़ी, लगातार होने वाली खुजली और स्किन की ड्राइनेस लंबे समय से बनी हुई है तो आप शर्तिया डेंड्रफ की समस्या का शिकार हैं. ऐसे में कई तरह के शेम्पू और घरेलू इलाज़ ट्राई करने के बाद भी डेंड्रफ (balo se dandruff kaise hataye) वापस लौट आता है. इसके खत्म न होने के कई कारण हैं जिनके बारे में हम आगे बात करेंगे.
अब आप जानना चाहेंगे कि ये डेंड्रफ होती क्यों है? तो आइये आपको बताते हैं इसके कुछ सबसे कॉमन कारण जिनमें से पहला है,
बालों को धोने के लिए आमतौर पर गर्म पानी का उपयोग किया जाता है, क्योंकि इससे बालों के क्यूटिकल्स की बेहतर सफाई में हेल्प मिलती है. लेकिन जब सिर धोने के लिए बेहद तेज़ गर्म पानी का उपयोग किया जाता है तो इससे सिर की त्वचा से उसका प्राकृतिक तेल कम होने लगता है. ऐसा होने पर त्वचा में खुश्की की परतें बनने लगती हैं. डैंड्रफ से बचने के लिए और इससे परेशान व्यक्तियों को गर्म पानी के बजाय गुनगुने पानी से सिर धोना चाहिए क्योंकि गुनगुना पानी त्वचा के लिए ज़रूरी ऑइल्स का संतुलन बनाए रखता है.
तेल की मालिश से सिर की त्वचा और बाल दोनों को ही पोषण मिलता है और स्कैल्प हाइड्रेटेड रहती है जिससे रूसी को रोकने में मदद मिलती है. लेकिन जब नियमित रूप से सिर में तेल नहीं लगाया जाता है तो इससे त्वचा ड्राई होने लगती है. ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि हम तेल नहीं लगाते लेकिन लगातार शेम्पू से सिर धोते रहते हैं और कैमिकल्स के संपर्क में आने पर स्किन ड्राई हो जाती है और उसमें परतें बनने लगती हैं.
हेयर डाइ में मौजूद केमिकल्स स्कैल्प में इरिटेशन पैदा कर सकते हैं. लंबे समय तक इसके इस्तेमाल से सूखापन और ख़ुश्की की परतें बनती हैं. इससे बचाव के लिए आप अमोनिया फ्री हेयर कलर का इस्तेमाल करें और कलर यूज़ करने के बाद कंडीशनर और हेयर सीरम के प्रयोग से उनकी उचित देखभाल करना न भूलें.
शरीर के लिए ज़रूरी विटामिन, ख़ास तौर पर विटामिन बी और जिंक के सेवन में कमी आने पर आपके बाल और स्कैल्प प्रभावित हो सकती है और इससे भी रूसी की समस्या बढ़ती है. इससे बचाव के लिए पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार और उचित मात्रा में पानी पीना चाहिए.
इसके अलावा, जैसे-जैसे लोगों की उम्र बढ़ती है, त्वचा की ख़ुद को नम बनाए रखने की क्षमता में कमी आने लगती है. इससे स्कैल्प ख़ुश्क हो सकती है और इस कारण से बढ़ती हुई उम्र के साथ व्यक्तियों में रूसी होने की संभावना बढ़ जाती है. इसे कंट्रोल में रखने के लिए बढ़ती हुई उम्र में पर्याप्त हाइड्रेशन बनाए रखें और बालों की उचित देखभाल करें.
स्ट्रेस बालों का एक और बड़ा दुश्मन है. यह इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है और यहाँ तक कि हार्मोनल इंबैलेंस को भी ट्रिगर कर सकता है, जिससे रूसी जैसे हेयर प्रॉबलम में इजाफ़ा होता है. रिलेक्सेशन टेक्निक और हेल्दी लाइफ स्टाइल के माध्यम से स्ट्रेस मैनेजमेंट करने से आप स्कैल्प को हैल्दी रख सकते हैं.
रूसी का एक और कारण है एक्सट्रीम वेदर कंडीशन जिसमें विशेष रूप से ठंड और ड्राई क्लाइमेट जो स्कैल्प की नमी को कम करती है, जिससे रूसी हो सकती है. उचित मॉइस्चराइजिंग प्रोडक्ट्स के उपयोग से बालों को मौसम के प्रभाव से काफी हद तक बचाया जा सकता है.
तो ये थे डेंड्रफ के कुछ सामान्य कारण. कई लोग यह मानते हैं कि डेंड्रफ के कारण (baal kyu jhadte hain) हेयर लॉस भी होता है. आइये जानते हैं कि ये कितना सच है?
हालाँकि रूसी सीधे तौर पर बालों के झड़ने का कारण नहीं है, लेकिन रूसी जिन अंडरलाइन कारणों की वजह से होती है वो बालों के झड़ने का कारण बन सकते हैं; जैसे कि न्यूट्रीएंट्स की कमी और स्कैल्प की ड्राइनेस. रूसी के कारण होने वाली खुजली से राहत पाने के लिए जब सिर की त्वचा को खुजलाया जाता है तो इससे हेयर फॉलिकल डेमेज हो जाते हैं औरत बाल झड़ने की समस्या शुरू हो सकती है. इसके अतिरिक्त, गंभीर रूसी होने पर ये सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस (seborrheic dermatitis) जैसी स्थिति भी हो सकती है जिससे सिर की त्वचा और बालों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है और इसके लिये मेडिकल (dandruff treatment in hindi) ट्रीटमेंट की ज़रूरत पड़ती है.
अब आपको बताएँगे डेंड्रफ को हटाने (dandruff kaise hataye) और इससे राहत पाने के कुछ असरदार (dandruff solution in hindi) उपाय.
रूसी को नियंत्रित करने के लिए नियमित रूप से बाल धोना ज़रूरी है. एक्सट्रा तेल, गंदगी, धूल मिट्टी मैल के कण और पपड़ी को हटाने के लिए अपने स्कैल्प को किसी हल्के लेकिन इफेक्टिव एंटी-डैंड्रफ शैम्पू से हफ्ते में दो बार साफ करें. बालों को अच्छी तरह धोएँ जिससे शेम्पू के कण स्कैल्प से पूरी तरह निकल जाएँ वरना इससे भी रूसी की समस्या में इजाफ़ा हो सकता है.
डेंड्रफ कंट्रोल के लिए बनाए गए माइल्ड पीएच-बैलेंस शैम्पू का ऑप्शन चुनें. हमेशा चेक करें जो प्रोडक्ट आप लें उसमें जिंक पाइरिथियोन, केटोकोनाज़ोल, या सैलिसिलिक एसिड जैसे तत्व हों जो रूसी पैदा करने वाले फंगस को कंट्रोल करते हैं. हालाँकि, बहुत ज्यादा हार्ड शैंपू का उपयोग करने से बचें जिनसे स्कैल्प से नेचुरल ऑइल कम होने लगते हैं और ड्राइनेस बढ़ जाती है.
बालों की देखभाल के लिए एक अच्छा नेचुरल और कैमिकल फ्री हेयर ऑइल चुनें. जैसे कि नारियल का तेल या टी ट्री ऑइल जो अपने एंटी-फंगल और मॉइस्चराइजिंग गुणों के लिए जाना जाता है. इससे स्कैल्प की हफ्ते में कम से कम दो बार मालिश करें जिससे इसे पोषण मिलेगा और यह स्वस्थ बनी रहेगी.
स्ट्रेस से भी रूसी की समस्या बढ़ सकती है, इसलिए ध्यान, गहरी सांस लेना और नियमित व्यायाम जैसी स्ट्रेस मैनेजमेंट टेक्निक को अपनी दिनचर्या में शामिल करें.
शरीर के अन्य अंगों की तरह ही स्कैल्प की हेल्थ मेंटेन रखने के लिए आपको विटामिन और मिनरल्स, विशेष रूप से विटामिन बी और जिंक से भरपूर हेल्दी डाइट लेनी चाहिए. फल, सब्जियाँ, होल ग्रेन, लो फैट और हाई प्रोटीन वाले फूड आइटम्स स्कैल्प को पोषण देते हैं और हाइड्रेटेड रखते हैं जिससे रूसी की संभावना में कमी आती है.
यदि उचित देखभाल और घरेलू उपायों के बाद भी रूसी बनी रहती है, तो ऐसे में किसी स्किन स्पेशलिस्ट या डर्मेटोलोजिस्ट से मिलें और सलाह लें. लगातार या बहुत ज्यादा लंबे समय तक रहने वाली रूसी किसी अंडरलाइन मेडिकल कंडीशन का लक्षण हो सकती है जिसके लिए विशेष ट्रीटमेंट की ज़रूरत पड़ती है.
इसे भी पढ़ें : बालों के लिए प्याज के तेल के फायदे
हमारे बाहरी रंग-रूप का सीधा संबंध हमारे अंदरूनी स्वास्थ्य से होता है. बाहरी प्रदूषण और धूल मिट्टी से बालों को बचाने के लिए कोई फुल प्रूफ तरीका निकालना शायद संभव ना हो लेकिन अपने अंदरूनी स्वास्थ्य को अच्छे खान-पान, व्यायाम और सही देखभाल से मजबूत बनाकर बालों को डेंड्रफ (dandruff meaning in hindi) और बाहरी डैमेज से काफी हद तक सुरक्षित रखा जा सकता है.
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Kavita Uprety
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