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Breastfeeding & Lactation
11 September 2023 को अपडेट किया गया
हर एक माँ के लिए अपने बच्चे को ब्रेस्ट मिल्क के ज़रिये पर्याप्त पोषण प्रदान करना ज़रूरी है और इसमें वर्किंग मदर्स को ख़ास तौर पर कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में एक मैनुअल ब्रेस्ट पम्प (manual breast pump) का प्रयोग (breast pump use in hindi) आपकी बहुत मदद कर सकता है. आइये जानते हैं क्या है ब्रेस्ट पंप और इसे कैसे करते हैं इस्तेमाल.
ब्रेस्ट पम्प (breast pump in hindi) बहुत ही सुविधाजनक और कॉस्ट फ़्रेडली ऑप्शन है जो एक माँ को यह सुविधा देता है कि वह अपना ब्रेस्ट मिल्क निकाल कर स्टोर कर सके और उसकी अनुपस्थिती में वह दूध बच्चे को बोतल से पिलाया जा सके.
हाथ से चलने वाला यह पंप कॉस्ट फ्रेंडली, पोर्टेबल और रोजाना के उपयोग में बेहद आसान होता है.
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बिजली से चलने वाला यह पंप एडजस्टेबल सक्शन और स्पीड सेटिंग के साथ आता है.
बिजली से चलने वाला यह पंप एक साथ दोनों ब्रेस्ट से दूध पंप करता है. यह ज़्यादा एफेक्टिव और टाइम सेविंग है.
लगातार और लंबे उपयोग के लिए बेस्ट ये पंप ज़्यादा बढ़िया सक्शन और अधिक दूध निकाल पाता है.
कॉम्पैक्ट और ब्रा के अंदर आसानी से फिट होने वाला जिसे माँ बिना हाथों के प्रयोग के इस्तेमाल कर सकती है. ये इलेक्ट्रिक और रिचार्जेबल होता है.
इस एक डिवाइस में इलेक्ट्रिक और मैनुअल दोनों पंपिंग ऑप्शन होते हैं.
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इस तरह से डिज़ाइन किया जाता है कि दूध पंप की मोटर में प्रवेश ना कर पाए. साफ़ करने में आसान होता है.
इसमें दूध पंप की मोटर के संपर्क में आता है जिस वजह से इसको हर बार डीप क्लीनिंग की जरूरत पड़ती है ताकि बैक्टीरियल ग्रोथ ना होने पाए.
इसे भी पढ़ें : ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने के लिए क्या करें?
यह पूरी तरह से आपकी ज़रूरत (breast pump uses in hindi) पर निर्भर है. इसके लिए आप सबसे पहले यह देखें कि आप इसे कितना यूज़ करेंगे. डेली यूज़ की ज़रूरत ना होने पर एक मैनुअल पंप से आपका आराम से चल जाएगा लेकिन डेली पंपिंग के लिए एडजस्टेबल सेटिंग्स वाला एक इलेक्ट्रिक पंप ज़्यादा बेहतर है. अगर आप ऑफिस से लौटते हुए कार में पंप करना चाहें तो एक पोर्टेबल और बैटरी ओपेरेटेड पंप ज़्यादा सुविधाजनक है. साथ ही, ब्रेस्ट शील्ड का आकार भी आपके लिए कम्फ़र्टेबल होना चाहिए.
मैनुअल ब्रेस्ट पंप को इस्तेमाल करने के दौरान इन बातों का विशेष ध्यान रखें!
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1. मैनुअल ब्रेस्ट पंप के इस्तेमाल से पहले (how to use manual breast pump in hindi) अपने हाथ धो लें.
2. अब एक कंफर्टेबल जगह पर मिल्क फ़्लो को स्टिम्युलेट करने के लिए अपने ब्रेस्ट की मालिश करें.
3. अब ब्रेस्ट शील्ड को अपने निप्पल और एरोला पर रखें और इसे दबाते हुए एक टाइट ग्रिप बनाएँ.
4. बच्चे की सकिंग जैसी रिदम में पंप के हैंडल को ऑपरेट करें.
5. अब सक्शन को आवश्यकतानुसार धीरे-धीरे बढ़ाएं.
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6. ज़रूरत के मुताबिक दूध निकाल लेने के बाद पंप को ब्रेस्ट से अलग करके साफ़ कर लें.
7. निकाले गए दूध को एक स्टेराइल कंटेनर में स्टोर करें.
ब्रेस्ट पंप के इफेक्टिव यूज़ (how to use breast pump in hindi) के लिए इन बातों का ध्यान रखें.
1. मिल्क फ्लो को स्टिम्युलेट करने के लिए पंप से पहले ब्रेस्ट मसाज करें.
2. ठीक तरह से पंपिंग के लिए आरामदायक स्थिति में बैठें.
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3. एक अच्छी ग्रिप बनाने और अधिकतम सक्शन के लिए ब्रेस्ट शील्ड को निप्पलऔर एरोला पर ठीक तरह से फिट करें.
4. स्थिर और रिदमिक पैटर्न में पंपिंग करें.
5. शुरुआत में ठीक से न हो पाने पर निराश न हों.
इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप के प्रयोग के लिए सबसे पहले चेक करें कि पंप साफ़ हो. अब बढ़िया फिटिंग बनाने के लिए ब्रेस्ट शील्ड को अपने निपल्स के ऊपर प्लेस करें. पंप ऑन करें और सेटिंग को कम सक्शन से शुरू करते हुए धीरे-धीरे बढ़ाएं. एक हाथ से ब्रेस्ट को सपोर्ट दें जबकि दूसरे से पंप को ऑपरेट करें. पंप बच्चे की नेचुरल सकिंग की तरह ही काम करेगा. पर्याप्त दूध निकल जाने के बाद पंप को बंद कर दें. अब ब्रेस्ट शील्ड को सावधानीपूर्वक हटा दें, और दूध को एक स्टेराइल कंटेनर में स्टोर कर लें. अगले उपयोग के लिए पंप के सभी पार्ट्स को डिसइंफेक्ट कर लें.
1. किसी शांत और आरामदायक जगह पर पंपिंग करें.
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2. मज़बूत ब्रेस्ट शील्ड बनाएँ और रेगुलर पम्पिंग करें.
3. सक्शन को धीरे-धीरे बढ़ाएं.
4. मिल्क फ़्लो बढ़ाने के लिए ब्रेस्ट मसाज या हॉट कंप्रेशन का उपयोग करें.
5. सुविधा और टाइम सेव करने के लिए डबल-पंप और हैंड्स-फ्री पंपिंग ब्रा का उपयोग करें.
इसे भी पढ़ें : आख़िर कैसी होनी चाहिए ब्रेस्टफ़ीडिंग मॉम्स की डाइट?
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ब्रेस्ट पंप को लेकर अक्सर न्यू मॉम को कंफ्यूजन होता है और उनके मन में कुछ इस तरह के सवाल होते हैं;
जवाब : एक सिटिंग में हर एक ब्रेस्ट से लगभग 15-20 मिनट के लिए पंपिंग करनी चाहिए या जब तक दूध का फ़्लो धीमा नहीं हो जाता.
जवाब : ब्रेस्ट पंप का प्रयोग करने का सबसे अच्छा समय मॉर्निंग का है, जब मिल्क फ़्लो सबसे अधिक होता है. इसके अलावा एक बार ब्रेस्ट फ़ीड कराने के बाद कम से कम एक घंटे बाद ही पंप करें जिससे ब्रेस्ट को दोबारा पर्याप्त दूध बनाने का मौका मिल सके.
इसे भी पढ़ें : महिलाओं को सेहतमंद रख सकता है मिल्क थिस्ल!
जवाब : मिल्क पंपिंग के लिए सबसे आरामदायक स्थिति है कुर्सी पर सीधा बैठना. थोड़ा आगे की ओर झुक कर बैठने से भी मिल्क फ़्लो को बढ़ाने में मदद मिल सकती है. अधिक सुविधा के लिए हैंड्स-फ्री पंपिंग ब्रा का उपयोग करें.
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इसे भी पढ़ें : बेबी ठीक से दूध नहीं पी पा रहा है? जानें क्या हो सकती है वजह
ब्रेस्ट पंप के सभी ऑप्शन्स में मैनुअल पंप (Manual breast pump) सबसे पॉकेट फ्रेंडली और यूजर फ़्रेडली होते हैं. एक एंटी कोलिक निप्पल और किसी भी ब्रेस्ट साइज़ के साथ फिट होने वाला मैनुअल पंप इस्तेमाल में आसान होता है और इससे शील्ड भी मज़बूत बनती है. पंप बीपीए फ्री होने के अलावा, लीक फ्री और 100% फूड ग्रेड मटीरिअल से बना होना चाहिए जो बेबी की सेफ़्टी के लिए ज़रूरी है.
1. Rasmussen KM, Geraghty SR. (2011). The quiet revolution: breastfeeding transformed with the use of breast pumps. Am J Public Health.
2. Meier PP, Patel AL, Hoban R, Engstrom JL. (2016). Which breast pump for which mother: an evidence-based approach to individualizing breast pump technology. J Perinatol.
How to use manual breast pump in English
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Kavita Uprety
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