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Breastfeeding & Lactation
2 August 2023 को अपडेट किया गया
अक्सर पहली बार माँ बनने वाली अनुभवहीन स्त्रियॉं को स्तनपान के कारण निप्पल्स के फटने और उनमें दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. कई बार उन्हें यह भी नहीं पता होता कि वह खुद इससे बचाव के लिए क्या कर सकती हैं. डॉक्टर से परामर्श लेना अच्छा है लेकिन उसके पहले बहुत कुछ ऐसा भी है जिसे अपनाकर आप अपने निपल्स की देखभाल खुद कर सकती हैं.
हम सभी ने कभी न कभी घावों पर इस उपाय का इस्तेमाल किया है जैसे कि त्वचा की सूजन या दर्द इत्यादि. बर्फ लगाने पर सबसे पहले वह हिस्सा सुन्न हो जाता है जिससे दर्द का एहसास कम होता है. और इसी वजह से यदि आप इसे बच्चे को दूध पिलाने से ठीक पहले लगाते हैं तो यह दर्द के एहसास को कम करके स्तनपान को भी आसान बना देता है.
फटे निप्पल्स को शांत करने और इनकी हीलिंग के लिए सबसे प्राकृतिक चीज है स्तन का दूध लगाना. हम दूध का उपयोग वैसे भी त्वचा की देखभाल के लिए करते हैं क्योंकि यह मॉइस्चराइजिंग और नौरिशिंग होता है. मां का दूध विशेष रूप से एंटीबैक्टीरियल होता है जिसमें उपचार के गुणों के साथ साथ विभिन्न पोषक तत्व होते हैं जो फटे निप्पल्स को हील करने में मदद करते हैं. इसे अच्छे से हाथ धोकर अपने निप्पल्स पर लगाएं और कुछ मिनट के लिए छोड़ दें. सूखने दें और फिर धो लें.
शिशु के स्तनपान के बाद एक मुलायम सूती कपड़े को गर्म पानी में भिगाकर अपने निपल्स की धीरे-धीरे मालिश करें. यह फटे हुए निपल्स को आराम देगा और दर्द को कम करेगा.
फटे निप्पल्स की ऊपरी त्वचा के सूखने पर यह और भी ज्यादा दर्दभरे हो जाते हैं. ऐसे में इन्हें मॉइश्चराइज करना ही सबसे अच्छा उपाय है. इसके लिए एक ऐसी क्रीम लगाएं जिसमें त्वचा के लिए ज़रूरी पोषक तत्व हों लेकिन साथ ही यह कैमिकल रहित हो. ऐसा ही एक उत्कृष्ट प्रोडक्ट है माइलो केयर निप्पल बटर क्रीम. यह सौ प्रतिशत प्राकृतिक और मेड सेफ ऑस्ट्रेलिया प्रमाणित है. इसमें हल्दी, कोकम बटर, कोकोआ बटर, शिया बटर, नारियल तेल, कैलेंडुला, विटामिन ई, जैतून का तेल, प्राकृतिक मोम और सूरजमुखी के तेल जैसे हीलिंग करने वाले तत्व हैं जो फटी त्वचा को पोषण देने में अद्भुद करते हैं.
तेल मालिश त्वचा को बेहद आराम और मॉइस्चराइज़ेशन देने के लिए की जाती है. हल्का सा गरम तेल त्वचा में जल्दी जज़्ब हो जाता है और इसे अधिक राहत देता है. आप किसी भी अच्छे तेल से अपने निप्पल्स की हल्के हाथों से मालिश करें लेकिन बच्चे को स्तनपान कराने से पहले इसे धोना न भूलें. आप निप्पल की मालिश करने के लिए शुद्ध घी का भी इस्तेमाल कर सकती हैं.
उपरोक्त उपायों के अलावा एक और सरल टिप जो इस काम में मददगार है वह है- शिशु को एक स्तन से दस मिनट तक दूध पिलाने के बाद फिर दूसरे स्तन की तरफ स्विच करें. इससे एक ही स्तन पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ता है और नियमित रूप से दोनों स्तन खाली होते रहते हैं जिससे निप्पल्स को आराम मिलता है.
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Written by
Kavita Upreti
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