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Diet & Nutrition
13 September 2023 को अपडेट किया गया
आंवले को इंडियन गूसबैरी भी कहा जाता है. यह एक पारंपरिक आयुर्वेदिक दवाई है जो सदियों से कई बीमारियों के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाती रही है. इसमें ढेर सारा पोषण होता है और सेहत से जुड़े कई फायदे मिलते हैं. यह पेट अच्छा रखने के साथ ही बालों की ग्रोथ भी बेहतर करता है. हाल ही में, इसके फायदों की वजह से गर्भवती महिलाओं में यह काफी पसंद किया जा रहा है. लेकिन क्या गर्भावस्था में आंवला खाना अच्छा होता है? इस आर्टिकल में हम यह जानेंगे कि आंवले के फायदे कौन से हैं और इसे खाने पर सुरक्षा से जुड़ी किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
आंवला या इंडिनय गूसबैरी एक मशहूर आयुर्वेदिक हर्ब है जिसे गर्भावस्था में आमतौर पर इस्तेमाल किया जाता है. आंवले को गर्बावस्था में खाया जा सकता है और इसके कई फायदे हैं जिनमें जी मचलाने, उल्टी, हाजमा ठीक करने और बच्चे के जन्म में होने वाली परेशानियां दूर करने के गुण होते हैं.
आंवले में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है. इससे सेहत को कई फायदे मिलते हैं. विटामिन सी एक दमदार एंटीऑक्सीडेंट होता है जो इम्यून सिस्टम बेहतर करने के साथ दिल की बीमारी, कैंसर और हेल्दी स्किन बनाने में मदद करता है.
गर्भावस्था में आंवला, फायबर का अच्छा स्रोत है और इसमें कुछ दूसरे विटामिन, मिनरल्स जैसे कि विटामीन ई, पोटेशियम, कैल्शियम और फॉस्फोरस भी होते हैं.
गर्भावस्था में आंवले के फायदों के बारे में यहां बताया गया हैः
आंवले को ताज़ा तोड़कर, पकाकर या सूखाकर खाया जा सकता है. गर्भावस्था में आंवला खाने का सबसे अच्छा समय सेकंड ट्रिमेस्टर होता है जब बच्चे के अंग विकसित हो रहे होते हैं. इसे कई तरह की डिशेज में भी शामिल किया जा सकता है जैसे कि करी, सूप, स्टीव वगैरह. इससे स्वादिष्ट जैम और चटनी भी बनाई जा सकती है.
अगर आप गर्भवती हैं और अपनी डायट में पोषण से भरपूर चीजें शामिल करना चाहती हैं, तो आंवले के बारे में जरूर सोचें!
गर्भावस्था में आंवला खाने के साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं जिनके बारे में महिलाओं को पता होना चाहिए. आंवले की वजह से कुछ महिलाओं को पेट खराब या बदहजमी की शिकायत हो सकती है इसलिए यह जरूरी है कि आंवला या उसके सप्लिमेंट लेते समय भरपूर पानी पीएं.
आंवला कुछ दवाईयों से भी मिक्स हो सकता है इसलिए अगर आप कोई दवाई ले रही हैं तो आंवला खाना शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें.
सामान्य तौर पर, कम मात्रा में खाने पर गर्भवती महिलाओं के लिए आंवले को सुरक्षित माना जाता है. अगर आपको आंवला खाने से किसी तरह के नकारात्मक प्रभाव दिखते हैं तो इसका इस्तेमाल बंद करके अपने डॉक्टर से बात करें.
अगर आप गर्भवती हैं और प्राकृतिक तरीके से अपनी सेहत बेहतर करना चाहती हैं तो आंवला आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है. यह एक इंडियन सुपरफूड है जिसका इस्तेमाल पारंपरिक दवाओं में सदियों से किया जा रहा है.
गर्भावस्था में आंवला खाने के कुछ तरीके हैं. आप चाहें तो इसे ताजा तोड़कर खा सकती हैं, सूखाकर या पकाकर भी खा सकती हैं. आप चाहे तो आंवला सप्लीमेंट कैप्सूल या पाउडर के तौर पर भी ले सकती हैं.
हर दिन 1-2 ग्राम आंवला खाना ज्यादातर गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित माना जाता है. हालांकि, कोई भी नया सप्लीमेंट शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करना सबसे अच्छा होता है.
गर्भावस्था में खाने के लिए आंवला पोषण से भरपूर फल है. इसमें कई फायदेमंद गुण हैं जो मॉर्निंग सिकनेस दूर करने और इम्यून सिस्टम को बेहतर करने के साथ-साथ जरूरी विटामिन और मिनरल उपलब्ध कराते हैं.
जहां गर्भावस्था में आंवला कम मात्रा में खाना चाहिए, आमतौर पर गर्भवती महिलाओं को बताई गई मात्रा में इसे खाना भी उनके लिए सुरक्षित होता है. गर्भावस्था में क्या खाएं और क्या करें जैसी सवालों के जवाब पाने के लिए MyloFamily के इसी तरह के ब्लॉग पोस्ट जरूर देखें.
References
1. Kapoor MP, Suzuki K, Derek T, Ozeki M, Okubo T. (2019). Clinical evaluation of Emblica Officinalis Gatertn (Amla) in healthy human subjects: Health benefits and safety results from a randomized, double-blind, crossover placebo-controlled study. Contemp Clin Trials Commun.
2. Upadya H, Prabhu S, Prasad A, Subramanian D, Gupta S, Goel A. (2019). A randomized, double blind, placebo controlled, multicenter clinical trial to assess the efficacy and safety of Emblica officinalis extract in patients with dyslipidemia. BMC Complement Altern Med.
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Written by
Parul Sachdeva
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