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    Plums During Pregnancy in Hindi | क्या प्रेग्नेंसी में आलूबुखारा खा सकते हैं?

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    Plums During Pregnancy in Hindi | क्या प्रेग्नेंसी में आलूबुखारा खा सकते हैं?

    10 August 2023 को अपडेट किया गया

    आलूबुखारा क्या हैं? (What are plums?)

    आलूबुखारा (प्लम) जामुन,आड़ू, नेस्टरीन और खुबानी फैमिली का फल है. हालांकि, इनकी फैमिली के गुठली वाले फलों के मुकाबले आलूबुखारे में ज्यादा कल्टीवर्स मिलती है. वह कई शेप और साइज़ेस और कलर जैसे स्किन कलर, रेड, पर्पल, ग्रीन, यलो,ऑरेंज और फ्लेश कलर जैसे पिंक, यलो और ऑरेंज में आते हैं.

    ये भी पढ़े : प्रेगनेंसी में आम

    क्या आप प्रेगनेंसी के दौरान आलूबुखारा खा सकते हैं? (Can you eat plums during pregnancy?)

    हाई न्यूट्रिएंट्स (पोटेशियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, कैल्शियम, और विटामिन A और C सहित) होने के कारण, प्रेगनेंसी के दौरान आलूबुखारे का सेवन प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए फायदेमंद हो सकता है. लेकिन किडनी की समस्याओं वाली प्रेग्नेंट महिलाओं को इन फलों को खाने से बचना चाहिए क्योंकि यह किडनी में स्टोन बनाने का काम करते हैं.

    प्रेगनेंसी में आलूबुखारे के बेनिफिट्स (Benefits of plums in pregnancy)

    प्रेगनेंसी के दौरान आलूबुखारे खाना प्रेग्नेंट महिला के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है. प्रेगनेंसी की पहली तिमाही के दौरान आलूबुखारा खाने के कुछ हेल्थ बेनिफिट्स की लिस्ट नीचे दी गई है.

    1.एनीमिया से लड़ने में मदद करता है (Helps Fight Anaemia)

    ज्यादातर प्रेग्नेंट महिलाओं को किसी न किसी रूप में एनीमिया होता ही है, लेकिन आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया ज्यादा होता है. प्रेगनेंसी के दौरान आलूबुखारे की आयरन से भरपूर डाइट लेने से इस बीमारी से बचने में मदद मिल सकती है. प्रेगनेंसी के दौरान आलूबुखारा खाना सुरक्षित होता है क्योंकि इनमें आयरन होता है, जिसका इस्तेमाल नई ब्लड वेसेल्स को बनाने के लिए किया जाता है। एनीमिया से बचने के लिए इनका नियमित सेवन करें.

    2. कॉन्स्टिपेशन में मदद करता है 2। (Helps With Constipation)

    आलूबुखारा आपकी डाइजेस्टिव हेल्थ के लिए बहुत अच्छा होता है क्योंकि इसमें बहुत ज्यादा फाइबर होता है। इस फल का लैक्सटिव इफेक्ट पड़ता है, जिससे डाइजेस्टिव सिस्टम आसानी से दुरुस्त होता है और पेट को साफ रखते हुए कॉन्स्टिपेशन के लक्षणों को कम करता है.

    3. प्रीटर्म लेबर को रोकता है3। (Prevents Preterm Labor)

    क्योंकि मैग्नीशियम सर्वाइकल मसल्स को आराम देने में मदद करता है, इसलिए प्रेगनेंसी के दौरान आलूबुखारा खाने से समय से पहले बच्चे के जन्म की संभावना कम हो सकती है.

    4. हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है ( Helps the Bones Get Stronger)

    विटामिन A, जो आलूबुखारे में बहुत ज्यादा होता है, हेल्थी बोन्स की ग्रोथ और डेवलपमेंट को प्रमोट करता है. साथ ही, आलूबुखारे में बोन्स की मजबूती के लिए जरुरी मिनरल्स और विटामिन होते हैं, जिनमें पोटेशियम, विटामिन K, कैल्शियम और फास्फोरस शामिल हैं.

    5. एंग्जायटी और थकान को कम करता है ( Reduces Anxiety and Fatigue)

    प्रेगनेंसी में एंग्जायटी और थकावट आम बात हैं. आलूबुखारे में विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट शामिल होते हैं जो एक साथ कई बायोलॉजिकल प्रोसेसेज को सपोर्ट करने और एनर्जी बढ़ाने का काम करते हैं, जिससे निगेटिव साइड इफेक्ट्स कम हो सकते हैं.

    ये भी पढ़े : प्रेगनेंसी के दौरान सहजन की फली : फायदें और साइड इफेक्ट

    प्रेगनेंसी के दौरान आप कितने आलूबुखारे खा सकते हैं? (How much plum can you eat during pregnancy?)

    इसे खाने की रेकमेंडेट डोज़ जेंडर, हेल्थ, ऐज और लोगों के हिसाब से अलग-अलग होता है। एक प्रेग्नेंट महिला प्रेगनेंसी के दौरान प्रतिदिन 150 से 200 ग्राम ताजे आलूबुखारे का सुरक्षित रूप से सेवन कर सकती है. आपको सीमित मात्रा में ताज़े आलूबुखारे ही खाने चाहिए, सूखे आलूबुखारे न खाएं. आलूबुखारा स्वादिष्ट और सेहतमंद होता है लेकिन एक बार में बहुत सारे आलूबुखारे खाने से कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं.

    आलूबुखारे के रिस्क फैक्टर्स (Risk Factors of Plum)

    आलूबुखारा खाने से पहले गुठली को सावधानी से निकालने की सलाह दी जाती है. अगर अपने आलूबुखारे की गुठली गलती से निगल ली तो एसोफैगस(ग्रासनली) में चोट लगना या चोक होना संभव है। खाना मुंह से एसोफैगस के ज़रिए नीचे पेट की ओर जाता है.
    चोट के रिस्क से बचने के लिए, आलूबुखारे की गुठली को निगला, कुचला या चबाया नहीं जाना चाहिए. आलूबुखारा की गुठली में एमिग्डालिन होता है, यह एक ऐसा पदार्थ है जो शरीर में मेटाबोलाइज़ होकर साइनाइड बनाता है। गुठली को कुतरना या चबाने से और गुठली को निगलने से व्यक्ति बीमार हो सकता है।

    प्रेगनेंसी के दौरान आलूबुखारे के संभावित साइड इफेक्ट्स (Plums during pregnancy: Potential side effects)

    इनमें ऑक्सालेट होने के कारण, जिन प्रेग्नेंट महिलाओं की किडनी में पथरी हो चुकी है, उन्हें प्रेगनेंसी के दौरान आलूबुखारा खाने से बचना चाहिए। आलूबुखारे को लिमिट में खाने से कैल्शियम ऑक्सालेट स्टोन (एक तरह का किडनी स्टोन) के डेवलप की संभावना को कम करने में मदद मिल सकती है।
    इन फलों में कुछ केसेस में ड्रग इंटरेक्शन पैदा करने की क्षमता होती है। इसलिए अपनी मेडिकल रेजीमन के साथ आलूबुखारा खाने के बारे में डॉक्टर से पूछ लें. फल खाएं लेकिन हेल्थी प्रेगनेंसी डाइट के साथ इसे कम मात्रा में खाएं.

    अगर आपको प्रेगनेंसी के दौरान आलूबुखारा खाने की इच्छा है तो इसका क्या मतलब है? (What does it mean if you have a plum craving during pregnancy?)

    कोई भी प्रूफ नहीं होने के बावजूद, यह अनुमान लगाया जाता है कि प्रेग्नेंट महिलाओं की प्रेगनेंसी के दौरान आलूबुखारा खाने की इच्छा विटामिन सी की उनकी बढ़ती जरूरत से जुड़ी हो सकती है. हार्मोनल बदलाव भी ऐसा हो सकता है, क्योंकि यह खुशबू और स्वाद की क्षमता को तेज और भूख को बढ़ा सकते हैं.

    ये भी पढ़े : गर्भावस्था के दौरान किशमिश: लाभ, जोखिम और दुष्प्रभाव

    प्रेगनेंसी के दौरान आलूबुखारा खाने के सुरक्षित तरीके (Safe ways to eat plums during pregnancy)

    1. किसी भी स्वादिष्ट रेसिपी में इसका इस्तेमाल करने से पहले आलूबुखारे को हमेशा धो लें.
    2. आलूबुखारे की सॉस टोस्ट, पैनकेक और वेफल्स के साथ अच्छा लगता है.
    3. स्वादिष्ट सलाद के लिए आलूबुखारे को बेरीज जैसे ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, या रेस्पबेरी के साथ मिलाएं। इसमें पुदीना और शहद मिलाने से स्वाद और बढ़िया हो सकता है.
    4. नाश्ते में एक कटोरी अनाज या ट्रेल मिक्स के साथ एक आलूबुखारा न्यूट्रीशियस कॉम्बिनेशन है.
    5. ताजे आलूबुखारे को मिक्स कर स्वादिष्ट ड्रिंक बना कर एन्जॉय करें का आनंद लें.
    6. इस फल का इस्तेमाल जैम और जेली बनाने के लिए भी किया जा सकता है.
    7. आलूबुखारा अगर कम मात्रा में इस्तेमाल किया जाए तो यह हेल्थी प्रेगनेंसी डाइट का यूनिक और फायदेमंद पार्ट बन सकता है.

    अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (Frequently asked questions)

    1) क्या प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए काला आलूबुखारा फायदेमंद होता है?

    मैग्नीशियम (mg), जो काले आलूबुखारे (जामुन के रूप में भी जाना जाता है) में पाया जाता है, प्रीटर्म बर्थ रोकने के लिए जरूरी है। यह फ़ीटस की ग्रोथ बढ़ाने और इनको नॉर्मली डेवलप होने में भी सपोर्ट करता है.

    2) क्या मैं प्रेग्नेंट होने पर रोजाना आलूबुखारा खा सकती हूं?

    अगर आप इसको उचित मात्रा में खाती हैं, तो प्रेगनेंसी के दौरान आलूबुखारा का सेवन करना प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए सुरक्षित है. प्रेगनेंसी के दौरान आलूबुखारा के बेनिफिट्स में कैल्शियम और विटामिन K और D की भारी मात्रा शामिल है, जो सभी प्रेग्नेंट माताओं के लिए समान रूप से फायदेमंद है.

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    Written by

    Parul Sachdeva

    A globetrotter and a blogger by passion, Parul loves writing content. She has done M.Phil. in Journalism and Mass Communication and worked for more than 25 clients across Globe with a 100% job success rate. She has been associated with websites pertaining to parenting, travel, food, health & fitness and has also created SEO rich content for a variety of topics.

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