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Diet & Nutrition
4 August 2023 को अपडेट किया गया
ऐसे कई फल होते हैं, जिन्हें आप आमतौर पर तो खा सकते हैं, लेकिन जब बात प्रेग्नेंसी की आती है, तो आपको थोड़ा सोचना पड़ सकता है. केला उन्हीं फलों में से एक है. कुछ लोगों का मानना है कि प्रेग्नेंसी में केला खाना पूरी तरह से सुरक्षित है, तो वहीं कुछ का मानना है कि गर्भवती महिलाओं को केला खाने से बचना चाहिए. अगर आपके भी मन में इसी तरह का कोई सवाल है, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है.
केले में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, आयरन, फाइबर, प्रोटीन, विटामिन, पोटैशियम और प्रोटीन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो कि गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे बेबी की सेहत के लिए ज़रूरी होते हैं. ऐसे में आप प्रेग्नेंसी के दौरान डेली एक से दो केले खा सकते हैं. प्रेग्नेंसी में हमेशा ताज़े केले ही खाएँ. साथ ही, ज़्यादा पके हुए केले भी नहीं होना चाहिए.
अपनी न्यूट्रिशियस वैल्यू के कारण केला प्रेग्नेंसी के लिए बहुत फ़ायदेमंद माना जाता है. प्रेग्नेंसी के दौरान केला खाने से माँ और गर्भ में पल रहे बेबी दोनों को फ़ायदे होते हैं. चलिए आपको केले के कुछ मुख्य फ़ायदों के बारे में बताते हैं!
प्रेग्नेंसी के दौरान अक्सर महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस का सामना करना पड़ता है. ऐसे में केले का सेवन मॉर्निंग सिकनेस से राहत देने का काम करता है. केले के सेवन से मॉर्निंग सिकनेस की समस्या को काफ़ी हद तक कम किया जा सकता है.
केले में पोटैशियम की ख़ूबियां होती हैं. पोटैशियम प्रेग्नेंसी में हाइपरटेंशन और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने का काम करता है.
अगर प्रेग्नेंसी के दौरान आपको बार-बार सीने में जलन महसूस हो रही है, तो आपको केले को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए. केला नेचुरल तरीक़े से हार्टबर्न की समस्या को कम कर सकता है. इसके अलावा, केला पेट को साफ़ रखता है और कब्ज़ की समस्या से भी राहत देता है.
अक्सर प्रेग्नेंसी की दूसरी और तीसरी तिमाही में एडिमा या वॉटर रिटेंशन की शिकायत रहती है. एडिमा की वजह से पैरों, एड़ियों और अन्य जोड़ों में सूजन आ जाती है. दरअसल, केले में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है, जिससे शरीर में तरल पदार्थ के संतुलन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है, जिससे एडिमा के खतरे को काफ़ी हद तक कम किया जा सकता है.
केला प्रेग्नेंसी में हीमोग्लोबिन और आयरन के स्तर में भी सुधार कर सकता है. इसलिए इसके सेवन से प्रेग्नेंसी में एनीमिया की शिकायत नहीं होती है.
एक ओर जहाँ प्रेग्नेंसी में केले खाने के कई फ़ायदे होते हैं, तो वहीं दूसरी ओर इसके कुछ नुक़सान भी होते हैं. यहीं कारण है कि प्रेग्नेंसी के दौरान सीमित मात्रा में केले खाने की सलाह दी जाती है. चलिए आपको बताते हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान केले खाने से आपको किस तरह के रिस्क का सामना करना पड़ सकता है.
केले में कैलोरी और चीनी की मात्रा अधिक होती है. ऐसे में प्रेग्नेंसी के दौरान इसके अधिक सेवन से आपका वज़न बढ़ सकता है.
प्रेग्नेंसी के दौरान केला खाना आम तौर पर सुरक्षित होता है, लेकिन इसमें मौजूद टैनिक एसिड के कारण अधिक मात्रा में केला खाने से कब्ज़ जैसी पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.
कुछ महिलाओं को केले से एलर्जी होती है. इसलिए अगर आप प्रेग्नेंसी से पहले केले नहीं खाते थे, तो प्रेग्नेंसी के दौरान भी आपको केले नहीं खाना चाहिए.
इसे भी पढ़ें: Watermelon During Pregnancy in Hindi | जानें प्रेग्नेंसी में तरबूज़ खाना कितना सुरक्षित है!
आमतौर पर प्रेग्नेंसी के दौरान बनाना शेक (केले का जूस) पीना सुरक्षित होता है. लेकिन फिर भी आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए.
प्रेग्नेंसी में बनाना शेक के लिए आप पके हुए केलों को चुनें. ये आसानी से पच जाते हैं. ध्यान रखें केले ताज़े होना चाहिए.
बहुत अधिक चीनी के सेवन से वज़न बढ़ सकता है. चीनी की बजाय आप शहद जैसे नेचुरल स्वीटनर को चुनें.
बहुत अधिक दूध के सेवन से पाचन संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं. इसलिए बनाना शेक में कम मात्रा में दूध डालें.
बनाना शेक में बहुत अधिक केलों को न मिलाएँ. इसके कारण भी पाचन संबंधित समस्याएँ हो सकती हैं. आप एक बनाना शेक में 2 से ज़्यादा केले न मिलाएँ.
प्रोटीन मांसपेशियों के विकास में मदद करता है. इसलिए बनाना शेक में एक हेल्दी प्रोटीन पाउडर या फिर मेवों को मिलाएँ.
याद रखें एक सिक्के के दो पहलू होते हैं. प्रेग्नेंसी में जहाँ एक ओर केले के कई फ़ायदे होते हैं, तो वहीं दूसरी ओर इसके कुछ नुक़सान भी हो सकते हैं. इसलिए आप प्रेग्नेंसी में सीमित मात्रा में केलों का सेवन करें. इसके साथ ही, अगर आपको केले से कोई एलर्जी है, तो आपको इसे नहीं खाना चाहिए.
1. Tsegaye D, Tamiru D, Belachew T. (2021). Food-related taboos and misconceptions during pregnancy among rural communities of Illu Aba Bor zone, Southwest Ethiopia. A community based qualitative cross-sectional study.
2. Chakrabarti S, Chakrabarti A. (2019). Food taboos in pregnancy and early lactation among women living in a rural area of West Bengal.
3. Pretorius RA, Palmer DJ. (2020). High-Fiber Diet during Pregnancy Characterized by More Fruit and Vegetable Consumption. Nutrients.
Bananas during pregnancy in English Eating banana during pregnancy in Bengali
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Written by
Jyoti Prajapati
Jyoti is a Hindi Content Writer who knows how to grip the audience with her compelling words. With an experience of more
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